transistor types
transistor types |
- अधिकांश ट्रांजिस्टर में तीन पोल होते हैं जिन्हें बेस एमिटर और कलेक्टर कहा जाता है। कुछ ऐसे ट्रांजिस्टर भी होते हैं जिनकी बॉडी पर मेटालिक टिप निकाला गया होता है, टिप के सामनें से निकाला गया शिरा एमीटर होता है, बीच वाला बेस तथा बाएँ ओर से निकाला गया शिरा कलेक्टर होता है! इसके कुछ उदाहरण हैं BD115, SL100, 2N2907 आदि !
- कुछ ट्रांजिस्टर जिनके पोल त्रिभुजाकार होते हैं, उनके एक पोल के समीप उनके बॉडी पर डॉट अंकित होता है, उस डॉट के नजदीक से निकलेनें वाला शिरा कलेक्टर कहलाता है, बीच वाला शिरा बेस तथा बाएँ तरफ से निकाली गई शिरे को इमिटर कहते हैं! उदाहरण सौरूप -(NPN-AC127, AC187) (PNP-AC128, AC188) आदि !
- कुछ ट्रांजिस्टर अर्ध गोलाकार होते हैं, जिनके पोल एक क्रम में लगातार निकाले गये होते हैं उस ट्रांजिस्टर के गोलाई को अपनी ओर रखते हुए एडेंटिफिकेशन करते हैं, इसका बीच वाला शिरा बेस दाहिनें ओर कलेक्टर तथा बाएँ ओर को शिरा इमिटर कहलाता है। PNP में - BC 145 147 A 148 BC 157 BC 158 तथा NPN में AC 127 AC 128 AC 187 AC 188 आदि इसके कुछ उदाहरण हैं ।
- “BEL” कम्पनी कुछ ट्रांजिस्टर बनाती है जिनके नम्बर BF से प्रारम्भ होते हैं उनके कलेक्टर दाहिनें ओर बीच में इमिटर तथा बांयी ओर से निकाली गयी शिरे को बेस कहते हैं, BF 195 C, BF 195 D आदि इसके उदाहरण हैं ये NPN ट्रांजिस्टर होते हैं ।
- कुछ ट्रांजिस्टर मेटालिक बॉडी में आते हैं, और इसके अन्दर से दो ही पोल निकाले गये होते हैं बॉडी के दोनों शिरों पर छिद्र बनाया गया होता है जीस छिद्र से उन दोनों पोलों की दुरी कम होती है उसे अपनीं ओर रखकर उसके पोलों की जाँच करते हैं। इसमें बायीं ओर का शिरा बेस दाहीनें ओर का इमिटर होता है, इस ट्रांजिस्टर की पुरी बॉडी कलेक्टर होती है इसके कुछ उदाहरण हैं BU 205, BU 208,2N 2055 AD 149 आदि।
- कुछ ट्रांजिस्टर जिसके नम्बर के साथ अंत मे “D” शब्द जुडा रहता है, वह बेस तथा इमिटर के साथ दोनों तरफ से प्रतिरोध बताता है, किन्तु दोनो तरफ से बताये गये प्रतिरोध का मान भिन्न-भिन्न होता है, यह कलेक्टर अथवा इमिटर से एक ही तरफ से डिफलेक्शन देता है, BU208D, BU 407D, SD 900D, 2SD 890D ये सारे NPN प्रकार के ट्राजिस्टर हैं, इन प्रकार के ट्रांजिस्टर का अधिकतर प्रयोग होरीजेन्टल सेक्सन में किया जाता है।
- जापानी ट्रांजिस्टर के नम्बर की शुरूआत 2S से होता है, इसके साथ अंग्रेजी शब्द A B C D में से कोई भी एक शब्द जुडा हो सकता है। जो की इस ट्रांजिस्टर की विशेषता को प्रर्दशित करता है, जिस ट्रांजिस्टर के साथ A शब्द जुडा होता है वह PNP टाइप का ट्रांजिस्टर होता है, तथा इसका प्रयोग हाई फ्रिक्वेंशी व्यवस्था के साथ किया जाता है, जिस ट्रांजिस्टर के साथ B शब्द जुडा होता है वह PNP होता है तथा लो फ्रिक्वेंशी के लिए इसका प्रयोग किया जाता है। जिस ट्रांजिस्टर के साथ C शब्द जुडा होता है वह NPN ट्रांजिस्टर होता है तथा यह हाई फ्रिक्वेंशी पर काम करता है, तथा जिस ट्रांजिस्टर के नम्बर के साथ D शब्द जुडा हो वह NPN टाइप का ट्रांजिस्टर होता है इसे लो फ्रिक्वेंशी पर काम करनें के लिए डिजाईन किया गया है, इसका कलेक्टर बीच में होता है तथा मेटालिक बॉडी के साथ जुडा होता है इसके बेस की पहचान मल्टीमीटर के द्रारा माप कर करते हैं । 2SA 940, 2SB 644, 2SC 1507, 2SD 880 आदि transistor types इनके उदाहरण हैं ।
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