फ़ॉलोअर

Formulir Kontak

नाम

ईमेल *

संदेश *

इलेक्ट्रॉनिक्स / इलेक्ट्रिकल, सेमीकंडक्टर, इंडक्टर्स, रजिस्टेंस, इलेक्ट्रॉनिक प्रोजेक्ट, बेसिक इलेक्ट्रॉनिक, इलेक्ट्रॉनिक्स ट्यूटोरियल, कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी, और इसी तरह के अन्य इलेक्ट्रॉनिक्स संबंधित जानकारीयाँ पूर्ण रूप से हिन्दी में ……

गुरुवार, 17 जनवरी 2019

how to make a radio transmitter.

radio transmitter

ELECTRONICS  PROJECTS
आज के इस अध्याय में इलेक्ट्रानिक प्रोजेक्ट के क्रम को आगे बढ़ाते हुए एक radio transmitter के सर्किट को बानानें के बारे में जानेंगे, इस ट्रांसमिटर सर्किट की फ्रिक्वेंशी रेंज 4 मेगा हर्टज है जो सार्ट वेव रेंज के अन्तर्गत आता है। इस सर्किट को काफी आसानी से एक खाली पी सी बी पर निर्मित किया जा सकता है, radio transmitter के पहले विभाग में एक कंडेंसर माईक का प्रयोग किया गया है, जो सुक्ष्म ऑडियो सिग्नल को कैच कर के एम्पलिफिकेशन हेतु पहले ट्रांजिस्टर के बेस पर देता है, यहां BC148 ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया गया है जो एक NPN ट्रांजिस्टर है इसके पशचात् पहले ट्रांजिस्टर के कलेक्टर से प्राप्त हुआ ऑडियो सिग्नल को थोडा और ज्यादा एम्पलिफिकेशन हेतु एक कैपेसिटर 0.1 माइक्रोफैराड के द्रारा दुसरे ट्रांजिस्टर के बेस पर देते है, ट्रांसमिटर के अंतिम स्टेज जो की एक ऑसिलेटर स्टेज है इसमें BC194B ट्रांजिस्टर जो एक हाई फ्रिक्वेशी ट्रांजिस्टर है का उपयोग किया गया है। फ्रिक्वेशी के ऑसिलेशन हेतु ट्रांजिस्टर के क्लेक्टर पर एक SW क्वायल का प्रयोग किया गया है, ऑसिलेटर क्वायल के तिसरे टेपींग से एक बेरिएबल कैपेसिटर जोड़ा गया है तथा इसके सिरिज में एक और 220PF के कैपेसिटर को सिरिज में जोड़ा गया है तथा इस प्वांट को एक एन्टिना के साथ जोड़ते हैं। सार्किट को चलानें के लिए डी सी 9 वोल्ट का उपयोग किया जाता जो एक छोटी 9 वोल्ट की बैट्री या एक एलिमिनेटर का उपयोग कर के दिया जा सकता है।
Sw radio transmitter
Sw radio transmitter
       radio transmitter से ज्यादा रेंज प्राप्त करनें के लिए एन्टिना प्वांट को AC मेन्स के न्यूट्रल के साथ जोड़ा जाता है यहाँ पर कम से कम एक मीटर लम्बा टेलीस्कोपिक एन्टीना का प्रयोग किया जाना चाहिए अगर फ्रिक्वेशी रेंज में थोड़ा बहुत परिर्वतन करना हो तो ऑसिलेटर क्वायल के कोर जो एक फैराइट कोर होता है उसे घुमा कर किया जा सकता है। प्रसारित होनें वाले ऑडियो कि गुणवता में सुधार हेतु ऑसिलेटर  स्टेज में प्रयोग कि गई प्रि-सेट को एडजेस्ट करनें की जरूरत पड़ सकती है।
       यह सर्किट काफी कम पार्टस का प्रयोग कर के बनाया गया है, इसलिए काफी छोटी PCB पर काफी आसानी से इसे फिट किया जा सकता है। इस प्रकार की इलेक्ट्रानिक प्रोजेक्ट को छोटे मोटे इलेक्ट्रानिक प्रतियोगिता हेतु निर्मित किया जा सकता है।
-------------------------------------------------------------
NEXT ARTICLE Next Post
PREVIOUS ARTICLE Previous Post
NEXT ARTICLE Next Post
PREVIOUS ARTICLE Previous Post
 

Delivered by FeedBurner