इलेक्ट्रॉनिक मेल "Email" जिसे सामान्य तौर पर ई-मेल के नाम से हम जानते हैं इलेक्ट्रॉनिक विधि का उपयोग कर के एक संदेश को आदान-प्रदान करनें की व्यवस्था होती है। इसमें एक कंटेंट के अलावा इमेज और विडियो भी शामिल हो सकते हैं। इस विधि के द्रारा एक संदेश को आदान-प्रदान करनें की व्यावस्था प्रथम बार 1960 के दशक में रे टाॅमलिंसन के द्रारा किया गया था जिसे उस समय के एक आविष्कार के तौर पर भी देखा जा सकता है। अपनें प्रारम्भिक अवस्था में यह काफी छोटे स्तर पर था उस समय के दौर में मेल के आदान-प्रदान के लिए मेल लिखनें वाले और उस मेल को प्राप्त करनें वाले दोनों को एक ही समय ऑन लाईन होनें की आवशयकता होती थी। आज के समय में मेल व्यवस्था काफी ज्यादा व्यापक हो गई है यह पुरे विशव में तत्कालीक संदेश के लिए काफी उपयोगी व्यवस्था है, आज के समय में यह “स्टोर और फावर्ड” तकनीक पर कार्यरत है जिसमें संदेश भेजनें वाले और प्राप्त करनें वाले दोंनों को एक ही समय ऑन लाईन होनें की कोई आवशयकता नहीं होती है भेजे गये मेल केा वह किसी भी समय प्राप्त कर सकता है।
आज के दौर में ऑन लाईन उपयोग किये जानें वाले संदेशों के आदान-प्रदान के लिए यह सबसे आम एवं सामान्य रूप् है इस समय प्रतिदिन लाखों मेंलों का आदान-प्रदान इस माध्यम से किया जाता है 1993 के दशक के आस पास यह इलेक्ट्रॉनिक मेंल Email के नाम से काफी ज्यादा प्रचलन में आनें लगा इलेक्ट्रॉनिक मेल का ही ये संक्षिप्त नाम है, आधुनिक समय मे यह काफी विस्तृत रूप में सन्देश हेतु प्रयोग की जाने वाली प्रणाली है।
अगर एक Email आदान प्रदान की पूर्ण प्रकृया की हम बात करें तो यह एक इलेक्ट्रॉनिकली संदेशों को वांक्षीत स्थान अथवा व्यक्ति के पास भेजनें के लिये एक तत्काली व्यवस्था के रूप् में हमारे सामनें है। इसका उपयोग कर के सेकेंडों में किसी संदेश को विशव में कहीं भी भेजा और प्राप्त किया जा सकता है यह सारी गतिविधि एक मेल सर्वर के माध्यम से किया जाता है अब के समय में तो काफी सारे मेल सर्वर हो चुके है google, yahoo, Microsoft, और अन्य इसी प्रकार के कई सारे मेल सर्वर उपलब्ध हैं, जो अपनें प्रत्येक खाताधारक के लिए अलग-अलग मेल आई डी उप्लब्ध कराती है यह एक प्रकार का युनिक ई मेल पता होता है। इस पते का उपयोग कर के ही एक मेल पते से दुसरे मेल पते पर संदेशों का आदान प्रदान होता है। ये मेल सर्वर ही उन सारे मेलों को भेजनें और प्राप्त करनें में पूर्ण भूमिका निभाते हैं, इनकी पहुंच उन सारे मेल पतों तक होती जो इंटरनेट के माध्यम से आपस में जुडे होते हैं।
वो लोग जिन्हें अपनें संदेशो को बार बार स्थान्तरित करनें की आवशयकता होती है उनके लिए तो यह एक वरदान की तरह ही है ऑनलाईन व्यपार करनें वाले तथा उन संगठनों जो इन्टरनेट के माध्यम से जुडे होते है इसक व्यवहारिक रूप् में काफी ज्यादा प्रयोग करते हैं। खास कर के युवाओं में संदेशों के हस्तांतरण के लिए इस तकनीक ओर काफी ज्यादा रूझान है। इस समय कुछ मेल सर्वर जैसे POP3, IMAP, MAPI और कुछ वेब आधारित Email सर्वर इस प्रकार की सुविधायें प्रदान करते है।
जिन लोगों के पास इंटरनेट की सुविधा उपल्ब्ध होती है वे फ्रि रजिस्टेशन करा कर इन Email सर्वरों से एक यूनिक ई-मेल पता प्राप्त करते हैं और उसका उपयोग कर के अपनें संदेश को विशव के कोनें कोनें में किसी दुसरे ई मेल पते पर भेज अथवा प्राप्त सकते हैं, वो भी पलक झपकते। इस प्रकार से हम कह सकते हैं कि आधुनिक समय के अंतर्गत संचार तकनीक के तौर पर Email माध्यम का काफी ज्यादा उपयोगी है। और इसके बढ़ते दौर को देख कर ऐसा लगता की आगे की समय भी इसके लिए काफी उज्जवल है।
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