science subjects
इस अध्याय के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के science subjects के लिए प्रयुक्त होंनें वाली संबंधीत नामों की विवेचना की गई है।
Different Types of Science |
- राइनोलोजी - इस विषय के अंतर्गत जानवारों के नाक, कान, और गले से संबंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है।
- सीरोलाजी - इस विषय के अंतर्गत ब्लड के सीरम का अध्ययन किया जाता है।
- सेरीकल्चर - इसके अंतर्गत रेशम बनानें वाले कीट के पालन से संबंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है।
- स्पेस बायोलोजी - इसके अंतर्गत पृथवी के गुरूत्वार्कषन से अलग जिवन की संभावनाओं के विषय का अध्ययन किया जाता है।
- माइरमेकोलोजी - इसके अंतर्गत चिटिंओं से संबंधित अध्ययन किये जाते हैं।
- होर्टीकल्चर - इसके अंतर्गत बागवानी से संबंधित विषय वस्तु का अध्ययन किया जाता है।
- हरपैटोलोजी - सरीसृप वर्ग के अंतर्गत आनें वाले जिवों का अध्ययन इस विषय के अंतर्गत किया जाता है।
- हिस्टोलोजी - यह शरीर के उतकों से संबंधित अध्ययन का विषय है।
- आइकथइालोजी - इसमें मछलियों से संबंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है।
- हीरोलोजी - समय को ज्ञात करना इसके अंतर्गत आता है।
- आइकोनोलोजी – जीवाशम पद चिन्हों का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- आइकोनोलोजी - यह दृष्टान्त चित्रों के अध्ययन का विषय है।
- आइडियोनोजी - विचारों से संबंधित अध्ययन को इस विषय के अंतर्गत रखा गया है।
- लाराइगंलोजी - इसके अंतर्गत कन्ठ नली और उससे संबंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है।
- लिमनोलोजी - इसके अंतर्गत झीलों का अध्ययन किया जाता है।
- न्यूक्लियर साइंस - यह परमाणुओं के अध्ययन से संबंधित विषय है, इसके अंतर्गत परमाणुओं की प्रकृति, उनकी संरचना, एवं अभिक्रियाओं का अध्ययन किया जाता है।
- न्यूरालोजी - इस विषय के अंतर्गत नाडियों से संबंधित क्रिया कलापों का अध्ययन किया जाता है।
- ओडोण्डोग्राफी - दांतों के उपचार और उसकी संरचना से संबंधित विषयों को इसके अंतर्गत रखा गया है।
- काइरोलोजी - हांथों से संबंधित अध्ययन इस विषय के अंतर्गत किया जाता है।
- कोनोलोजी - समय एवं दिनांक का अन्दाजा लगाना विषय के अंतर्गत आता है।
- टेराटोलोजी - यह ट्यूमर के अध्ययन का विषय है।
- ट्रोफोलोजी - ट्रोफोलोजी के अंतर्गत जन्तुओं में हो रहे पोषणों का आध्ययन किया जाता है।
- बैक्टीरिओलोजी - जीवाणुओं से संबंधित विषय को इसके अंतर्गत अध्ययन किया जाता है।
- गलनियोलोजी - खनिज निकालनें से संबंधित विषय का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- ब्रायोलोजी - भुमि पर स्थित कीचड़ एवं दलदल जैसे विषय का इसके अंतर्गत अध्ययन किया जाता है।
- एनेटामी - एनेटामी विषय के अंतर्गत शरीर की संरचना से संबंधीत तथ्यों के बारे में अध्ययन किया जाता है
- कैमिस्ट्री - प्राकृतिक तत्वों की रूप् रेखा बनावट एवं प्रकृति में विधमान तत्वों का विस्तृत अध्ययन इस विषय के अंतर्गत किया जाता है।
- कलाईमेटोलोजी - जलवायु से संबंधित विषयों का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- स्पलेन्कनोलोजी - इसके अंतर्गत आंतरिक अंगों का अध्ययन किया जाता है।
- टेक्टोलोजी - यह जानवरों के शारीरिक संरचना एवं संघटक का विषय है।
- एस्ट्रोनोमी - ग्रहों एवं सितारों से संबंधित विज्ञान को इस विषय में समाहित किया गया है।
- आरबोरीकल्चर - पेंडों और वनों के उगानें से संबंधित विषय इसके अंतर्गत आता है।
- एग्रोलोजी - भूमि से संबंधित अध्ययन इसके अंतर्गत होता है।
- बायोलोजी - जीवों के शरीर का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- बोटनी - यंह पौधों के समुचित अध्ययन का विज्ञान है
- कान्कोलोजी – घोंघे जैसे जिव का अध्ययन इसमें किया जाता है।
- कास्मोलोजी - इसके अंतर्गत विश्व से संबंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है।
- क्रिप्टोग्राफी - यह गुप्त लेखन से संबंधित विषय का अध्ययन है।
- साइटोलोजी - इसके अंतर्गत कोशिकाओं के जिवन चक्र और उनकी संरचनाओं का अध्ययन किया जाता है।
- जेरेनटोलोजी - इस विषय के अंतर्गत आयु से संबंधित विषय का अध्ययन किया जाता है।
- हीमेटोलोजी - यह रक्त से संबंधित अध्ययन का विषय है।
- एनीमोलोजी - वायु से संबंधीत ज्ञान को इस विषय के अंतर्गत समाहित किया गया है।
- एनगियोलोजी - शरीर के अन्दर विधमान रक्त वाहनियों का अध्ययन इस विषय के अंतर्गत समाहित है।
- एन्थ्रोपोलोजी - इस विषय के अंतर्गत मानवों के मानसिक एवं शारीरिक स्थिति से संबंधीत जानकारीयों को समाहित किया गया है
- एरोनोटिक्स - इस विज्ञान के अंतर्गत विमानों की उड़ान से संबंधीत तकनीको का अध्ययन किया जाता है।
- शरीर क्रिया विज्ञान - इसमें शरीर के अंगों के कार्यशिलता का अध्ययन किया जाता है।
- फिलोजोनी - इसके अंतर्गत विभिन्न प्रकार के जन्तुओं की जातीयों के विकाश का अध्ययन किया जाता है।
- साइरोजेनिक्स - निम्न ताप पर होनें वाले विभिन्न प्रकार के प्रयोगों और उनके नियंत्रण का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- साइटोजेनिक्सि - यह कोशिकाओं के अनुवंशीकी का अध्ययन का विषय है
- जेम्मोलोजी - यह रत्नों का विज्ञान है, इस विषय के अंतर्गत रत्नो से संबंधित अध्ययन किये जाते हैं।
- एटीओलोजी - तरह तरह के रोगों के कारणों का अध्ययन इस विषय के अंतर्गत किया जाता है।
- ओसटीओलोजी - अस्थियों की प्रकृति और उनकी संरचना का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- पैथालोजी - यह रोगों के कारणों की जांच का विषय है।
- रेडियोबायलोजी - इस विषय के अंतर्गत जिवों पर पड़नें वाले किरणों से संबंधित विषयों का अध्ययन किया जाता है।
- ऐमिब्रयोलोजी - इसके अंतर्गत भ्रूण विज्ञान से संबंधित जानकारियों को समाहित किया गया है।
- एन्टोमोलोजी - कीटों से संबंधित विषयों का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- एपाईडेमोलोजी - महांमारी जैसे रोगों के नियंत्रण से संबंधित विषय का अध्ययन इसमें समाहित है।
- एपेस्टीमोलोजी - यह ज्ञान से संबंधित अध्ययन है।
- एटाईमोलोजी - इसके अंतर्गत व्युत्पति से संबंधित जानकारियों को रखा गया है।
- माइओलोजी - यह मांसपेशियों के अध्ययन का विषय है।
- न्युमिस्मेटिक्स - इस विषय के अंतर्गत मुद्रा के निमार्ण और उनके अंकन से संबंधित विषय का अध्ययन किया जाता है।
- डेक्टाइलोजी - अंकों से संबंधित अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- डेन्डरोलोजी - यह पेंड़ों से संबंधित अध्ययन का विषय है।
- ईकोलोजी - परिस्थिति तंत्र के अध्ययन का विषय है।
- एस्ट्रोलोजी – ग्रहों, सितारों, का अध्ययन कर के भविष्य के मौसम संबंधित जानकारियों को इस विषय के अंतर्गत समाहित है।
- एस्ट्रोनोमी - आकाश में विधमान पिंडों का अध्ययन इस विषय के अंतर्गत किया जाता है।
- एस्ट्रोनोटिक - अंतरिक्ष से संबंधित विज्ञान इसके अंतर्गत समाहित है।
- एरेक्नोलोजी - इस विषय के अंतर्गत मकडियों से संबंधित अध्ययन को समाहित किया गया है
- हेनमिनथोलोजी - चपटे किस्म के कृमि परजीवियों का अध्ययन का विषय इसके अंतर्गत होता है।
- लिथोलोजी - इसमें पत्थरों और चटानों से संबंधित विषय का अध्ययन होता है।
- डरमेटोलोजी - इसके अंतर्गत त्वचा सें संबंधित रोगों और त्वचा का विस्तृत अध्ययन समाहित है।
- डिआनटोलोजी - नैतिकता से संबंधित विषय का इसके अंतर्गत अध्ययन किया जाता है।
- लैक्सीकोग्राफी - यह शब्द कोष के संकलन का विषय है।
- मेटरोलोजी - वातावरण से संबंधित अध्ययन इसके अंतर्गत किये जाते हैं।
- इक्काराईनलोजी - गुप्त सुचनाओं से संबंधित विषय को इसके अंतर्गत अध्ययन किया जाता है।
- जियोलोजी - पृथवी की बनावट एवं उसकी दशा का अध्ययन इस विषय के अंतर्गत किया जाता है।
- हेलीओलोजी - इसके अंतर्गत सुर्य से संबंधित विषय का अध्ययन किया जाता है।
- माइक्रोलोजी - सुक्ष्म जिवों से संबंधित विषयों का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- माइनीरालोजी - खनीज से संबंधित अध्ययन इसके अंतर्गत किये जाते हैं।
- ग्राफोलोजी - हस्त लेखन से संबंधित अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- जाईनाईकोलोजी - इसके अंतर्गत मादा जीवों के प्रजनन अंगों का अध्ययन किया जाता है।
- मारफोलोनी - पशुओं एवं पौधों के आकार का अध्ययन इसके अंतर्गत किया जाता है।
- ओसनोग्राफी - यह सामुद्रीक अध्ययन से संबंधित विषय है।
- आपरिक्स - इसके अंतर्गत प्रकाश से संबंधित अध्ययन किये जाते हैं।
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