resistance color coding formula
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Resistor Color Coding Table |
एक रेजिस्टेंस की कोडिंग प्रक्रिया और कनेक्शन को विस्तृत रूप से समझाने के लिये हम यहाँ विवरण
प्रस्तुत कर रहे है,
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Resistor Series Connection |
- series
connections :-
पहले रेजिस्टेंस का दूसरा छोर तथा दुसरे रेजिस्टेंस के पहले छोर को जब हम जोड़ते है तो इस प्रकार के कनेक्शन
को हम सीरीज कनेक्शन का नाम देते है!
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Resistor Series Connection Formula |
इससे यह पता चलता है की रेजिस्टेंस का सीरीज में कनेक्शन
करने उसका मान हमेशा बढ़ता है !
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Resistor Series Connection Formula |
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Resistor Series Connection Formula |
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Resistance image |
- Parallel
Connections :-
जब हम पहले
रेजिस्टेंस का पहला छोर दुसरे रेजिस्टेंस के पहले छोर से तथा पहले रेजिस्टेंस
दुसरे छोर से दुसरे रेजिस्टेंस के दुसरे छोर से जोड़ते है तो इस प्रकार के कनेक्शन
को pailar कनेक्शन
कहा जाता है !
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Resistor Parallel Formula |
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Resistor Parallel Formula |
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Resistor Parallel Formula |
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Resistor Color code |
किसी रजिस्टेंस का सही मान प्राप्त करने के लिये एक तात्कालिक गणनाओं
का प्रयोग भी हम करते है आप इस तरह भी रेजिस्टेंस का मान निकाल सकते है मान लेते है की हमारे पास एक
रेजिस्टेंस है जिसमें कि चार रंगीन धरियों का प्रयोग किया गया है red, black, red, golden, तो हम
कलर कोडिंग के अनुसार हम इसका मान इस प्रकार से निकालेगे – पहले और दुसरे रंगीन
धरियों के मान कोडिंग तालिका के अनुसार हम लिख लेंगे इसके बाद तीसरे रंग के कोडिंग
के अनुसार जो भी मान आये उसके बराबर का जीरो लगा लेंगे जैसे की :-
red, black, red, golden,
2 0 2 5%
2 0 00 5%
= 2000 or 2k omh and 5%
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Resistor in circuit |
उपरोक्त में दिये गये रजिस्टेंस कोडिंग प्रणालि का उपयोग करते
हुए आप एक रजिस्टेसं का सही माप को ज्ञात कर सकते हैं, खास कर के इलेक्ट्रानिकस होविऐस्टों और इलेक्ट्रानिक डिवाइस का रिपेयरिंग करनें वालों के लिए रजिस्टेंस की
कोडिंग प्रणालि का ज्ञान होना आवशयक हो जाता है। संभवतः इस पाठ से आपको कुछ सहयोग
प्राप्त हो सके ऐसी आशा है।
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