smd resistor
smd resistor |
“smd resistor” (surface mount device) इलेक्ट्रॉनिक के छेत्र में यह एक नया आविष्कार है , SMD उसी तरह से कार्य में लिया जाता है जैसे की पहले वाले इलेक्ट्रॉनिक पाट्स को एक निश्चित उदेश्य के लिये सर्किट बोर्ड के ऊपर लगाया जाता था और उससे एक निश्चित कार्य लिया जाता था परन्तु पुराने इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स के तुलना में SMD पार्ट्स में हमें काफी सारे फर्क देखने को मिलते है ,जैसे की इसके नाम से जहीर है (surface mount device) SMD पार्ट्स सिर्किट बोर्ड में उसी तरफ लगाया जाता है जिस तरफ सिर्किट में उसकी प्रिन्ट अथवा ट्रेक डिज़ाइन की गयी होती है यह आकर में काफी छोटे होते है ,छोटे आकार एवं सर्किटों में प्रिंट के ऊपर लगाये जाने के कारण काफी कम जगह में ज्यादा से ज्यादा पार्ट्स को लगाया जा सकता है ,कहने का मतलब यह है की एक पुराने वाट के एक प्रतिरोधी के स्थान उसी वाट के 10-15 “एस एम डी” प्रतिरोधी लगाये जा सकते है! ये तो प्रतिरोधी का उदाहरण है, इलेक्ट्रानिक के सारे पार्ट्स जैसे रेजिस्टेंस, कैपेसिटर, सेमी कंडक्टर, इंडक्टर अर्थात जितने भी तरह के इलेक्ट्रानिक पार्ट्स होते है वो सारे एस एम डी पार्ट्स आने लगे है एस एम डी प्रतिरोधी के ऊपर तीन अंक अथवा चार अंको का कोड लिखा गया होता है जिसकी कोडिंग कर के हम उसका सही मान प्राप्त करते है , प्रतिरोधी की कोडिंग के लिये मूलतः तीन तरह की प्रणालियों का विकास किया गया है!
Smd resistance code |
- तीन आकृति smd resistor कोडिंग सिस्टम
- चार आकृति smd resistor कोडिंग सिस्टम
- ईआईए 96 smd resistor कोडिंग सिस्टम
Smd resistance |
इस प्रकार से दिये गये प्रणालि का उपयोग कर के एक smd resistor की सही मान का ज्ञात हम कर सकते है, और यह इलेक्ट्रानिक्स विभाग में रूचि रखनें वालों अथवा इलेक्ट्रानिक प्रोजेक्टों के निर्माण तथा रिपेयरिंग आदि कार्या के लिये यह ज्ञान अति आवशयक हो जाता है, जिससे कि इलेक्ट्रानिक के क्षेत्र में विधिवत कार्य किया जा सके।
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