AUTO CUT
एक autocut किट जिसका उपयोग हाई वोल्टेज से सुरक्षा की दृष्टिोण से ओटोकट स्टेब्लाईजर तथा अन्य उपकरणों में किया जाता हैं।
जैसा कि विदीत होता है एक ट्रांजिस्टर की वायसींग के लिए उसके बेस पर रिर्वस एवं फार्वड दोनों वायस दिये जाते हैं, एक “एन पी एन” ट्रांजिस्टर के लिए पोजेटीव सप्लाई र्फावड वायस होती है, तथा नेगेटीव सप्लाई “रिर्वस वायस”, किसी भी ट्रांजिस्टर के बेस पर उसके अनुसार उचित वायसींग मिलनें पर ही वह कार्यरत हो पाता है, उपरोक्त सर्कीट में ट्रांजिस्टर की वायसींग के लिए नेगेटीव सप्लाई से 180 Ω तथा पोजेटिव सप्लाई से 1.2 किलो Ω का रजिस्टेंस लगाया गया है! अगर ट्रांजिस्टर की फार्वड वायसींग में एक प्रि-सेट लगा दिया जाये तो इसे किसी भी प्वांट पर कंट्रोल किया जा सकता है, तथा इस प्रि-सेट को उचित फार्वड सप्लाई पर कंट्रोल करनें से उसकी स्वीचींग क्रिया आरम्भ हो जाती है इस स्वीचींग प्रकृया को स्वचालित तरीके से प्राप्त करनें के लिए एक दुसरी विधि अपनाई जाती है। इस विधि में ट्रांजिस्टर को आवश्यक फार्वड और रिर्वस वायसींग एक जेनर जायोड के द्रारा दिया जाता है, जेनर डायोड का नेगेटीव प्वांट ट्रांजिस्टर की बेस पर लगाया जाता है तथा पोजेटिव प्वांट को प्रि-सेट के सेन्टर पीन पर लगाया गया होता है जैसा की नीचे के चित्र में प्रर्दर्शीत किया गया है।
Simple autocut Circuit |
उपरोक्त सर्कीट की बेस की वायसींग के लिए यहाँ 6 वोल्ट के जेनर डायोड का प्रयोग किया गया है, इस जेनर डायोड के लिए पोजेटीव सप्लाई रिर्वस सप्लाई / तथा नेगेटीव सप्लाई फार्वड सप्लाई का कार्य करता है! एक साधारण डायोड की तरह ही जेनर डायोड भी फार्वड वायस पर कार्य करता है इसलीए जो भी नेगेटीव सप्लाई प्री सेट के सीरे न0 2 पर आती है वह जेनर डायोड के द्रारा ट्रांजिस्टर की बेस पर पंहुचा दिया जाता है, यह नेगेटीव सप्लाई बेस के लिए रिर्वस सप्लाई का कार्य करती है, रिर्वस सप्लाई के लिए एक जेनर डायोड का सिद्धान्त एक साधारण डायोड के सिद्धान्त से भिन्न होता है । एक साधारण डायोड रिर्वस सप्लाई को पार नहीं करता लेकीन जेनर डायोड अपनें वोल्ट कैपेसीटी से अधिक की रिर्वस सप्लाई को पास कर देती है, यही कारण है कि ओटोमेटीक स्वीचींग सिस्टम में जेनर डायोड का प्रयोग किया जाता है, यहाँ प्रि-सेट को इस प्रकार से सेट किया जाता है की इसके सिरे न0 2 पर पोजेटीव 6 वोल्ट की सप्लाई प्राप्त हो, यह सप्लाई जेनर डायोड के पोजेटीव सीरे पर भी आती है अब जैसे ही इनपुट डी0 सी0 सप्लाई के बढ़नें से जेनर डायोड के पोजेटीव सीरे पर 6 वोल्ट से अधिक होती है, वैसे ही ये बढ़ा हुआ अधिक सप्लाई ट्रांजिस्टर के बेस पर पहुचती है तथा यह सप्लाई ट्रांजिस्टर के बेस के लिए फार्वड सप्लाई का कार्य करता है, फार्वड सप्लाई मिलते ही ट्रांजिस्टर की स्वीचींग क्रिया बाधीत हो जाती है जिस कारण से इस ट्रांजिस्टर के कलेक्टर से नेगेटीव सप्लाई आउट होनें लगता है यह नेगेटीव सप्लाई रिले क्वायल पर पहुचती है यदि कलेक्टर से आउट होनेंवाली सप्लाई रिले की वोल्ट कैपेसीटी के बराबर होती है तो वह रिले चालु हो जाता है! अन्यथा नहीं!
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autocut Kit Circuit Diagrame |
प्रायोगिक तौर पर प्रि-सेट को इस प्रकार से सेट किया जाता है कि यहाँ इनपुट डी0 सी0 में वोल्ट का थोडा सा भी परीर्वतन होते ही रिले ऑन हो जाती है, इस प्रकार से स्टेब्लाइजर ओटोकट की स्थीति मे आ जाता है! और उससे निकलनें वाली सप्लाई कट हो जाता है।
लेकिन जैसे ही जेनर डायोड की सप्लाई पोजेटीव 6 वोल्ट होती है वैसे ही रिले ऑफ की स्थीति मे आ जाता है, क्योंकि इस स्थीति मे ट्रांजिस्टर के बेस पर फार्वड सप्लाई नहीं मिलती है यहाँ जेनर डायोड प्रयोग करने के दो मुख्य कारण हैं पहला ये कि जेनर डायोड के प्रयोग से प्रि-सेट को आसानी से सेट किया जा सकता है तथा दुसरा कारण ये है कि एक जेनर डायोड अपनी वोल्ट कैपेसीटी से अधिक वोल्ट को अपनें अन्दर से पास होने देता है। जिससे कि ट्रांजिस्टर की स्विचिंग प्रकृया तिब्रता के साथ इस स्तर तक पहुच जाता है की वह ट्रांजिस्टर कलेक्टर की आउटपुट को रिले क्वायल की वोल्ट कैपेसीटी के बराबर कर के रिले को ऑन कर सके तथा सप्लाई कम होनें पर इसी तिब्रता के साथ पुनः पहले वाली स्थीति में आ जाये अर्थात रिले को ऑफ कर सके इस तरह जेनर डायोड के प्रयोग से ओटोकट स्टेब्लाईजर को अधिक यर्थाय बनाया जा सकता है!
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Auto Cut |
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